मानवता की मिसाल: लोकहितम एनजीओ ने मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति को पहुंचाया आश्रय

Published on: July 11, 2025LOKHITAM, NMT
कुछ दिन पहले लोकहितम एनजीओ को एक मानसिक रूप से असंतुलित व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली, जो एक इलाके में इधर-उधर घूमता रहता था। हमारी टीम ने तुरंत उस स्थान की पहचान की जहाँ वह अक्सर आता था। हमें वह व्यक्ति मिला, लेकिन वह खुद के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रहा था।
स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद, हमें एक पिंक टी-शर्ट वाले भैया मिले, जिन्होंने बताया कि उस व्यक्ति का नाम प्रमोद है। इसके बाद हमारी टीम ने तय किया कि हम प्रमोद को “अपना घर आश्रम, मुजफ्फरनगर” पहुँचाएंगे, जहां उसे उचित देखभाल और इलाज मिल सके।
इस दौरान आसपास के लोग हमसे सवाल पूछने लगे, लेकिन जब उन्होंने हमारी मंशा को समझा, तो उन्होंने भी मदद की — प्रमोद को नहलाने, साफ कपड़े पहनाने और व्यवस्था में सहयोग किया।
हरिद्वार से आश्रम की एंबुलेंस ट्रैफिक में फँस गई थी, इसलिए हमारी टीम ने निर्णय लिया कि हम प्रमोद को खुद गाड़ी से आश्रम छोड़कर आएंगे। भारी बारिश के बावजूद, हमारी टीम डटी रही, और प्रमोद भी शांत और सुरक्षित महसूस कर रहा था।
इस पूरे कार्य में ऋषिकेश के समाजसेवी गोकुल रमोला जी का विशेष योगदान रहा। उनकी समर्पित सेवा भावना ने हमें यह कार्य पूरा करने में सहयोग दिया।
फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद हमने प्रमोद को आश्रम को सौंप दिया, जहां अब उसे देखभाल, भोजन और इलाज मिलेगा। हमें आशा है कि वह जल्द स्वस्थ होगा और अपने परिवार से मिल पाएगा।
लोकहितम का उद्देश्य है — मानवता के लिए कार्य करना, और हर किसी को गरिमा से जीने का अधिकार दिलाना।